unfoldingWord 49 - खुदा का नया अहद

unfoldingWord 49 - खुदा का नया अहद

Esquema: Genesis 3; Matthew 13-14; Mark 10:17-31; Luke 2; 10:25-37; 15; John 3:16; Romans 3:21-26, 5:1-11; 2 Corinthians 5:17-21; Colossians 1:13-14; 1 John 1:5-10

Número de guión: 1249

Idioma: Urdu Devanagari

Audiencia: General

Tipo: Bible Stories & Teac

Propósito: Evangelism; Teaching

Citación Biblica: Paraphrase

Estado: Approved

Los guiones son pautas básicas para la traducción y grabación a otros idiomas. Deben adaptarse según sea necesario para que sean comprendidas y relevantes para cada cultura e idioma diferentes. Algunos términos y conceptos utilizados pueden necesitar más explicación o incluso ser reemplazados o omitidos por completo.

Guión de texto

एक फ़रिश्ते ने एक जवान औरत, मरयम से कहा कि वह खुदा के बेटे को जन्म देगी जबकि वह अभी कुंवारी ही थी - मगररूहुल क़ुदुस उस पर नाज़िल हुआ तब से उसने अपने अन्दर हमल का एहसास किया - उसने एक बेटे को जन्म दिया और उसका नाम यीशु रखा – इस लिए यीशु खुदा और इंसान दोनों है -

यीशु ने कई सरे मोजिज़े किये जो यह बताता है कि वह खुदा है - वह पानी पर चला और आंधी तूफ़ान को थमाया - उसने कई एक बीमार लोगों को शिफ़ाएं दीं और कई एक बदरूहों को आदमी औरतों में से निकाला -उसने मुर्दा लोगों को ज़िन्दा किया , और पांच रोटी और दो छोटी मछलियों से 5,000 लोगों को खिलाया -

यीशु एक बड़ा उस्ताद भी था - हर चीज़ को उसने सही तरीक़े से तालीम दी , सिखाया और समझाया - लोगों को चाहिए कि वह उन बातों पर अमल करे जो उसने कही – थी क्यूंकि वह खुदा का बेटा है - मिसाल के तौर पर उसने कहा था कि “जैसे तुम खुद से प्यार करते हो वैसे ही तुम दूसरों से भी प्यार करो -

उस ने यह भी तालीम दी कि तुम को हर किसी चीज़ से ज़ियादा खुदा से महब्बत रखनी चाहिए जिस में तुम्हारी दौलत और जाएदाद भी शामिल है -

यीशु ने कहा कि दुनया की दीगर बातों में पाए जाने से बेहतर है कि ख़ुदा की बादशाही में पाए जाएँ - उसकी बादशाही में दाखिल होने के लिए यह ज़रुरी है कि ख़ुदा आपको आप के गुनाहों से बचाए -

यीशु ने कहा था कि कुछ ही लोग उसको क़बूल करेंगे -खुदा इनको बचाएगा - किसी तरह दुसरे लोग उसको क़बूल नहीं करेंगे – उसने यह भी कहा था कि कुछ लोग अच्छी मिटटी की तरह हैं क्यूंकि उनहोंने यीशु की खुशखबरी को हासिल किया है और खुदा उनको बचाता है - किसी तरह दुसरे लोग रास्ते वाली सख़त मिटटी की तरह हैं – खुदा का कलाम बीज की तरह रास्ते वाली सख़त ज़मीन पर गिरता और वहां कुछ नहीं फलता बढ़ता – यह लोग़ यीशु की बाबत पैग़ाम को ठुकरा देते हैं – वह उसकी बादशाही में दाखिल होने से इंकार करते हैं -

यीशु ने सिखाया कि खुदा गुनाहगारों से बहुत ज़ियादा महब्बत रखता है - वह उन्हें मुआफ़ करना चाहता है और उनको अपना फ़रज़न्द बनाना चाहता है -

यीशु ने हम से यह भी कहा कि इसलिए कि आदम और हव्वा ने गुनाह किया तमाम उनकी नस्ल भी गुनाह करते हैं – दुनया में हर एक शख्स गुनाह करता है और ख़ुदा से दूर है – हर एक शख्स खुदा का दुश्मन है -

मगर ख़ुदा दुनया में हर एक से इस तरह महब्बत रखता है कि उसने अपने एक्लोते बेटे को दे दिया , ताकि जो शख्स उस पर ईमान लाता है खुदा उसको सज़ा नहीं देगा बल्कि वह हमेशा के लिए उस के साथ रहेंगे -

आप मरने के मुस्तहक़ (सज़ावार) हैं आप को मरना वाजिबी है क्यूंकि आप ने गुनाह किया है - खुदा को यह हक़ है कि वह आप से गुस्सा हो - मगर वह आप के बदले यीशु से गुस्सा हुआ - उसने उसको सलीब पर हलाक करने के ज़रिये सज़ा दी -

यीशु ने कभी कोई गुनाह नहीं किया था - मगर उस ने खुदा को हक़ दिया कि वह उसको सज़ा दे – उसने मरना क़बूल किया - इस तरह वह एक कामिल क़ुर्बानी था कि आपके और सारी दुनया के हर एक शख्स के गुनाहों को उठा ले जाए - यीशु खुदा के हुज़ूर ख़ुद से क़ुर्बान हो गया - इसलिए खुदा किसी भी गुनाह को , यानि कि ख़तरनाक से ख़तरनाक गुनाह को भी मुआफ करता है -

यहाँ तक कि अगर आप बहुत से अच्छे काम करते हैं तो भी खुदा आप को नहीं बचाएगा - कोई ऐसी बात नहीं है कि ख़ुदा आप से दोस्ती करले बल्कि आप को यकीन करना चाहिए कि यीशु खुदा का बेटा है , वह आप के लिए आप के बदले सलीब पर मारा गया और यह कि ख़ुदा ने उसे फिर से ज़िन्दा किया - अगर आप यह ईमान रखते हैं तो खुदा आपके गुनाहों को मुआफ करेगा -

खुदा हर एक को बचाएगा जो यीशु पर ईमान लाते और उसको अपना मालिक बतोर क़बूल करते हैं - मगर जो ईमान नहीं लाते उन्को नहीं बचाएगा - इस से कुछ फ़रक़ नहीं पड़ता कि आप अमीर हैं या ग़रीब , आदमी हैं या औरत , बूढ़े हैं या जवान या आप कहाँ रहते हैं – खुदा आपसे प्यार करता है और चाहता है कि आप यीशु पर ईमान लाएं ताकि वह आप का दोस्त बन जाए -

यीशु आप को बुलाता है कि आप उस पर ईमान लाएं और बपतिस्मा लें - क्या आप एत्काद करते हैं कि यीशु मसीहा है और खुदा का एकलोता बेटा है ? क्या आप एत्काद करते हैं कि आप एक गुनाहगार हैं और खुदा की सज़ा के मुस्तहक़ हैं ? क्या आप एत्काद करते हैं कि यीशु सलीब पर मरा ताकि आप के गुनाह उठा ले जाए ?

अगर आप यीशु पर ईमान लाते कि क्या कुछ उसने आप के लिए किया तो आप एक मसीही हैं - शैतान अपमी तारीकी की बादशाही में आइन्दा से आप पर हु कूमत नहीं करेगा - अभी खुदा अपनी बादशाही की रौशनी में आप पर हुकूमत कर रहा है - खुदा ने आपको गुनाह करने पर रोक लगादी है जिस तरह आप पहले किया करते थे - उसने आप को जीने का नया हक़ एक नया अंदाज़ दिया है -

अगर आप एक मसीही हैं तो खुदा ने आप के गुनाह मुआफ कर दिया है - अब ख़ुदा आप को एक नजदीकी दोस्त बतोर लिहाज़ करता है न कि एक दुश्मन बतोर -

अगर आप खुदा के एक दोस्त और यीशु के ख़ादिम हैं तो जो यीशु आप को सिखाता है उस के मुताबिक आप अमल करेंगे - हालाँकि आप एक मसीही हैं फिर भी शैतान आप को गुनाह की तरफ़ ले जाएगा - मगर खुदा हमेशा वही करताहै जो वह अपने कलाम में कहता है कि अगर तुम अपने गुनाहों का इक़रार करोगे तो वह तुम्हें मुआफ कर देगा - वह तुम्हें गुनाह के ख़िलाफ़ लड़ने की ताक़त देगा -

खुदा आप से कहता है कि आप दुआ करें और उसके कलाम को पढ़ें - वह यह भी कहता है कि दीगर मसीहियों के साथ मिलकर उसकी इबादत करें - आप को दूसरों को भी बताना है कि यीशु ने आप के लिए क्या कुछ किया है - अगर आप इन बातों को करेंगे तो वह आपका एक ताक़तवर और मजबूत दोस्त बन जाएगा -

Información relacionada

Palabras de Vida - GRN tiene mensajes audios en miles de idiomas que contienen mensajes basados en la Biblia acerca de la salvación y la vida cristiana.

Descargas gratis - Aquí puede encontrar los guiones principales de GRN en varios idiomas y también imágenes y otros materiales relacionados. Todos están disponibles para descargar.

Librería de audio de GRN - Material evangelistico y de enseñanza adecuado a las necesidades y a la cultura en variedad de stilos y formatos

Copyright and Licensing - GRN shares it's audio, video and written scripts under Creative Commons

Choosing the right audio or video format - What audio and video file formats are available from GRN, and which one is best to use?